खादी कॉटन साड़ियां भारत के इतिहास का प्रतीक है। यह हाथ से बुनी जाती है और गर्मियों के लिए सबसे बेस्ट मानी जाती है।
संबलपुरी कॉटन साड़ी अपने वाइब्रेंट कलर और पारंपरिक प्रिंट्स के लिए फेमस है। इन्हें बंधा नाम की एक अनूठी टाइ-डाई तकनीक से बनाया जाता है।
मध्य प्रदेश के चंदेरी की साड़ियां बहुत फेमस है। इसमें कॉटन की साड़ियां भी हाथों से तैयार की जाती है।
बंगाल से आने वाली जामदानी कॉटन साड़ियों में डिफिकल्ट पैटर्न के साथ हाथ से बुनाई की जाती है। यह साड़ियां बहुत नाजुक होती है, इसलिए बेशकीमती मानी जाती है।
कोटा डोरिया साड़ी राजस्थान की फेमस साड़ियां हैं। इसमें अनूठे चेकर्ड पैटर्न और हल्के कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है।
चेट्टिनाड कॉटन साड़ियां गहरे कलर और आकर्षक पैटर्न के लिए जानी जाती है। यह साड़ियां मूल रूप से तमिलनाडु में बनाई जाती है। ये साड़ी थोड़ी मोटी और काफी टिकाऊ होती है।
गढ़वाल कॉटन साड़ियां आंध्र प्रदेश में बनाई जाती है। यह कपास से बनी होती है। इसमें बॉर्डर और पल्लू में रेशम और जरी का काम होता है।
पोचमपल्ली साड़ियां इकत पैटर्न के लिए फेमस है। तेलंगाना की ये साड़ियां स्टाइलिश और आरामदायक दोनों हैं, जो इन्हें उन लोगों के लिए परफेक्ट बनाती हैं जो फैशन स्टेटमेंट बनाना चाहते हैं।