दूध जब 1-2 दिन पुराना हो जाता है, तो उसका पीएच लेवल गिरने से वह एसिडिक होने लगता है और फट जाता है। इतना ही नहीं अगर दूध को बिना गर्म किए रखा जाए तो उसमें जीवाणु पनपने लगते हैं।
पुराने दूध को उबालने के लिए पुरानी पतीली का इस्तेमाल न करें। आप अच्छी तरह से दूध के बर्तन को साफ करें और उसके बाद उसमें दूध को गर्म करें।
अगर दूध पुराना हो गया है और आप इसे एक बार उबालकर रख देंगे, तो जल्दी यह दूध फट जाएगा। आप 24 घंटे में कम से कम 3 से 4 बार दूध को अच्छी तरह से उबाल लें।
दूध को उबालने के बाद इसे एक जालीदार छलनी से ढकें। अगर दूध को पूरी तरह से ढक दिया जाता है तो इससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और दूध जल्दी खराब हो सकता है।
अगर दूध बासा हो गया है और आप उसे उबालना चाहते हैं, लेकिन फटने से बचना चाहते हैं, तो इसे उबालते समय चुटकी भर बेकिंग सोडा मिला दें। ऐसा करने से दूध फटता नहीं है।
बासी दूध को उबालते समय उसमें चुटकी भर कॉर्न स्टार्च डाल दें। ऐसा करने से दूध के अंदर मौजूद कॉम्पोनेंट्स अलग नहीं होंगे और वह फटने से बच जाएगा।
दूध उबालने के बाद इसे रूम टेंपरेचर पर ठंडा होने दें। आप चाहे तो एक पानी के बर्तन में दूध के पतीले को रख दें। ऐसा करने से दूध जल्दी ठंडा हो जाएगा, इसके बाद इसे फ्रिज में रखें।
एक बार उबालने के बाद जब दूध को ठंडा करके फ्रिज में रखें, तो इसे एसिडिक चीज जैसे टमाटर, चटनी, नींबू से दूर रखें। खट्टी चीजों के संपर्क में आने से दूध जल्दी फट जाता है।