Hindi

सोने के धागों की साड़ी पहनती हैं रेखा, सिर्फ कांजीवरम Fashion से प्यार

Hindi

सिल्क का टाइप है कांचीपुरम

कांजीवरम साड़ियों की चॉइस रेखा के लिए स्टाइल पेटेंट बन चुकी है। कांजीवरम को लोकल भाषा में कांचीपुरम साड़ी कहा जाता है, जो कि सिल्क की साड़ी का एक टाइप है।

Image credits: social media
Hindi

हजार से लाखों तक कीमत

वैसे तो सिल्क काफी नाजुक कपड़ा होता है, लेकिन कांजीवरम का कपड़ा काफी मजबूत माना जाता है। इसकी कीमत कई हजार से लेकर लाखों रुपये तक पहुंच सकती है।

Image credits: social media
Hindi

2KG तक का वजन

इस साड़ी के फैब्रिक को तीन तरह के रेशम के धागों, चांदी और सोने के तार के साथ मिलाकर बनाते हैं। जो इसकी मजबूती का बड़ा कारण है। आमतौर पर कांजीवरम साड़ी करीब 2 किलो की होती है।

Image credits: social media
Hindi

क्यों पहनती हैं कांजीवरम

रेखा को ज्यादातर मौकों पर अपनी फेवरेट कांजीवरम साड़ियों में ही स्पॉट किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रेखा हमेशा कांजीवरम साड़ी क्यों पहनी दिखाई देती हैं? 

Image credits: social media
Hindi

पारंपरिक कपड़ो को स्टाइल

रेखा कहती हैं- 'ये कोई प्राइवेट सीक्रेट नहीं है। मेरा मानना है कि स्टाइलिश दिखने का मतलब सिर्फ फैंसी कपड़े पहनना नहीं है। आपके पारंपरिक कपड़े भी आपको स्टाइलिश दिखा सकते हैं।'

Image credits: social media
Hindi

क्यों पहनती हैं कांजीवरम

रेखा हमेशा साड़ी और खासतौर पर कांजीवरम साड़ियां पहनती हैं। ये उनकी संस्कृति का हिस्सा है। साड़ी रेखा को उनकी मां और उनके स्नेह से भरे प्यार की याद दिलाती है।

Image credits: social media
Hindi

छुपा मां का साथ

इस परिधान में काफी सारा प्यार और सुरक्षा का भाव है। जब वो, ये साड़ी पहनती हैं, तो ऐसा लगता है जैसे उनकी मां साथ ही हैं और इसी भाव के लिए वो अम्मा का शुक्रिया अदा करती हैं।

Image Credits: social media