निधि यादव फैशन इंडस्ट्री में एक फेमस पर्सनालिटी बन चुकी हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर उन्होंने अपने जुनून का पीछा किया और आज 200 करोड़ का बिजनेस बना चुकी हैं।
निधि ने 2014 में गुरुग्राम में अपने 2 bhk घर में 3.5 लाख रुपए लगाकर AKS क्लोदिंग ब्रांड को शुरू किया था। ऑनलाइन वो सलवार सूट, अनारकली, मैक्सी ड्रेस, लहंगा जैसे कपड़े बचने लगीं।
अब निधि यादव के AKS क्लोदिंग ब्रांड का टर्नओवर 200 करोड़ रुपए हैं। बच्ची को संभालते हुए उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया है।
निधि यादव शादी के दो साल बाद इस बिजनेस को शुरू की थीं। इस दौरान उनकी बेटी सुनिधि 7 महीने की थी। उनके पति सतपाल यादव ने उनके सपने को पूरा करने में साथ दिया।
निधि यादव बताती हैं कि जब मैंने बिजनेस के बारे में सोचा तो मेरे पति जो जाबॉन्ग में ऑपरेशन मैनेजर के रूप में काम करते थे उन्हें लगा कि एथनिक वियर में ज्यादा गुजाइंश है।
उन्होंने बताया कि 2bhk घर में स्टॉक रखने के लिए हम एक बेडरुम को छोड़कर दूसरे कमरे का इस्तेमाल इसके लिए करने लगे।936 प्रोडक्ट की तस्वीर ई-कॉमर्स पोर्टल पर डाला। निवेश कम रखा था।
निधि ने कहा कि हमने किराए को बचाने के लिए घर से इस बिजनेस को शुरू किया। बेटी की देखभाल करना भी आसान हो गया था। डेढ़ साल तक सबकुछ मैंने खुद संभाला। फिर एक हेल्पर को
निधि बताती हैं कि प्रोपराइटरशिप फर्म के रूप में शुरू हुआ काम तीन साल में युवधि अपैरल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बदल गया। निधि हर 15 दिन में नया डिजाइन पेश करती हैं।
निधि बताती हैं कि अब उनके कंपनी में 110 लोग काम करते हैं। इसमें पांच दर्जी और डिजाइनरों की एक टीम शामिल है जो निधि से इनपुट लेते हैं कपड़े डिजाइन करके सिलते हैं।
निधि बताती हैं कि ड्राइंग और ड्रेस में रूचि बचपन से थी। इंटौर में श्री जीएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। फिर जॉब की।
इटली में एक फैशन कोर्स किया। वहां के जियोमेट्रिक प्रिंट्स के लिए मशहूर इटालियन फैशन ब्रांड एमिलियो पक्की में इंटर्नशिप की। गुच्ची ने उन्हें नौकरी की पेशकश की।लेकिन वो भारत लौट आईं।