भारत-पाकिस्तान टकराव के बीच ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के 10 अहम एयरबेस को तबाह कर दिया। जानें किस-किस बेस को निशाना बनाया गया और क्यों ये हमले अहम हैं।
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जवाबी कार्रवाई में पाक के 10 प्रमुख हवाई और सैन्य ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। भारत की सैन्य कार्रवाई ने पाक को बड़ी रणनीतिक चोट पहुंचाई है।
भारत द्वारा अकारण गोलाबारी और नागरिक स्थलों पर ड्रोन हमलों के जवाब में पाक सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए। इसके बाद दोनों देशों ने युद्धविराम पर अस्थायी सहमति जताई है।
F-16, JF-16, मिराज 5A जैसे लड़ाकू विमानों का यह गढ़ भारतीय हमलों में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ। यह पाकिस्तान वायु सेना का मुख्यालय भी है।
JF-17 और मिराज विमानों के स्क्वाड्रन से लैस यह बेस पाकिस्तान की रीढ़ मानी जाती थी। इसे भारी नुकसान हुआ है।
चकवाल स्थित यह बेस UAV और ड्रोन गतिविधियों का केंद्र था। भारत पर हुए हमलों में यहीं से UAV लॉन्च हुए थे। इसके अलावा इस्लामाबाद स्थित रसद व एयर ऑपरेशन बेस सटीक हमले का निशाना बना।
राजस्थान की सीमा के पास स्थित यह बेस ड्रोन व ट्रूप मूवमेंट के लिए अहम था। अब यह बेस लगभग निष्क्रिय हो गया है। कराची क्षेत्र में बना यह नया बेस अब मलबे में तब्दील हो चुका है।
लाहौर से 70 किमी दूर यह प्रमुख सैन्य बेस भारतीय हमले में बुरी तरह प्रभावित हुआ है। साथ ही गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में स्थित इस बेस को भी भारी नुकसान हुआ।
पश्चिमी पाकिस्तान का यह एयरबेस सामरिक दृष्टि से बेहद अहम था, अब ध्वस्त हो चुका है। साथ ही यह आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम और रडार गतिविधियों का केंद्र था, जो अब निष्क्रिय है।
भारतीय वायुसेना की ओर से कहा गया कि ये हमले सिर्फ सैन्य ठिकानों पर सटीक और टारगेटेड थे। इससे पाकिस्तान की AD (एयर डिफेंस) प्रणाली बुरी तरह प्रभावित हुई है।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि "अब सिर्फ जवाब नहीं, निर्णायक रुख लिया गया है। पाकिस्तान को चेतावनी दे दी गई है – अगली चूक पर और बड़ा एक्शन तय है।"