भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO (Indian Space Research Organisation) चंद्रयान तीन के बाद एक और अहम लॉन्च के लिए तैयार है। रविवार को PSLV-C56 रॉकेट लॉन्च किया जाएगा।
PSLV-C56 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से रविवार सुबह 6:30 बजे लॉन्च किया जाएगा।
PSLV-C56 रॉकेट DS-SAR उपग्रह को अंतरिक्ष में ले जाएगा। इसे 535 किमी की ऊंचाई वाली NEO (Near-equatorial Orbit) में स्थापित किया जाएगा।
DS-SAR उपग्रह का वजन 360 किलोग्राम है। इसे सिंगापुर की रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी और एसटी इंजीनियरिंग ने बनाया है।
DS-SAR उपग्रह में इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा बनाया गया सिंथेटिक अपर्चर रडार लगा है। यह हर तरह के मौसम में दिन-रात काम करता है।
DS-SAR उपग्रह से सिंगापुर की सरकार को लाभ होगा। उसे सैटेलाइट इमेजरी से जुड़ी सुविधाएं मिलेंगी।
DS-SAR के साथ PSLV-C56 छह और उपग्रहों को भी ले जाएगा। PSLV इसरो का सबसे भरोसेमंद रॉकेट है। इसकी सफलता दर 94% है।
चंद्रयान-3 ने अपनी पांचवीं कक्षा बढ़ाने की प्रक्रिया पूरी की है। यह पृथ्वी के चारों ओर 71351 किमी x 233 किमी की कक्षा में है।
चंद्रयान तीन 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। मिशन के सफल होने पर चांद पर पहुंचने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा।