नरेन्द्र मोदी ने 9 जून को राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ ही बीजेपी के कई मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई।
वहीं NDA के सदस्य और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी जब शपथ लेने आए तो एक बड़ी गलती कर बैठे।
शपथ लेने के बाद जीतनराम मांझी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नमस्कार किए बिना चलते बने। जबकि नियमानुसार शपथ के बाद हर सदस्य राष्ट्रपति का आभार प्रकट करता है।
बता दें कि जीतनराम मांझी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के संस्थापक हैं और बिहार के गया से सांसद चुने गए हैं। वे पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं।
6 अक्टूबर, 1944 को पैदा हुए जीतनराम मांझी मुसहर समुदाय से आते हैं। उन्होंने 1967 में मगध यूनिवर्सिटी के गया कॉलेज से ग्रैजुएशन की डिग्री ली।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी के जरिए 1980 में राजनीति में एंट्री ली। बाद में वो कांग्रेस से होते हुए जनता दल, राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड में भी रहे।
2005 में जीतन राम मांझी जनता दल यूनाइटेड में शामिल हुए थे और विधायक बनने के साथ ही वह मंत्री भी बने थे। वहीं, 2014 से 2015 तक वो 9 महीने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे।
2015 में मुख्यमंत्री के पद से हटने के बाद उन्हें जेडीयू से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी 'हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा' बना ली।