प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कॉर्पोरेट ऑफिस हब 'सूरत डायमंड बोर्स' का उद्घाटन किया। इसे तैयार करने में 3400 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
सूरत डायमंड बोर्स 35.54 एकड़ में बना है। यहां कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे का व्यापार किया जाएगा। यहां हीरों को तराशा जाएगा।
सूरत डायमंड बोर्स में 4,500 से अधिक ऑफिस हैं। ये सभी एक दूसरे से जुड़े हैं। यह दुनिया की सबसे बड़ी आपस में जुड़ी इमारत है।
सूरत डायमंड बोर्स का आकार अमेरिकी सैन्य मुख्यालय पेंटागन से भी बड़ा है। यहां से 4,200 से अधिक हीरा कारोबारी काम करेंगे।
सूरत हीरों के कारोबार के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है। सूरत डायमंड बोर्स दुनियाभर में होने वाले हीरा कारोबार का केंद्र बनेगा। इससे 1.5 लाख लोगों को जॉब मिलेगा।
सूरत को "डायमंड सिटी" कहा जाता है। दुनिया के लगभग 90% कच्चे हीरे अमेरिका और चीन जैसे देशों में खरीदारों तक पहुंचने से पहले सूरत में काटे और पॉलिश किए जाते हैं।
सूरत डायमंड बोर्स का लक्ष्य हीरे के उद्योग को एक छत के नीचे केंद्रीकृत करना है। यहां हीरों की आकार देने के साथ ही खरीदने-बेचने तक, सभी काम एक छत के नीचे होंगे।