संसद भवन में घुसपैठ करने वालों ने यह प्लानिंग महीनों पहले की थी। घटना के मास्टर माइंड ललित झा ने मामले पर कई खुलासे किए हैं। वहीं सागर शर्मा ने भी बड़ी बातें बताईं।
संसद भवन के आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि अगर वे लोकसभा में एंट्री नहीं कर पाते तो इसके बाद बैकअप प्लान तैयार किया गया था। यानि वे हर हाल में यह घटना करने वाले थे।
घटना के मास्टर माइंड ने ललित झा ने बताया कि अगर अमोल और नीलम फेल हो जाते तो महेश और कैलाश दूसरी दिशा से संसद पहुंचते और कलर बम फोड़कर नारेबाजी करते।
मास्टर माइंड ने खुलासा किया कि महेश और कैलाश गुरूग्राम के फ्लैट नहीं पहुंच पाए थे। इसके बाद यह तय किया गया कि किसी भी हाल में इस योजना को अंजाम तक पहुंचाना है।
आरोपी ने बताया कि महेश, ललित और कैलाश लगातार गेस्ट हाउस से टीवी चैनल देख रहे थे ताकि सुरक्षा चूक की घटना सामने आए। महेश और ललित भी गिरफ्त में हैं।
यह भी योजना का हिस्सा था कि घटना के बाद महेश की मदद से ललित झा राजस्थान भाग जाएगा। महेश ने ही अपने आईडी कार्ड से ललित के लिए गेस्ट हाउस में कमरा बुक किया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अधिकारियों ने कोर्ट को बताया है कि आरोपियों का मकसद अराजकता फैलाना था। आरोपी अपने प्लान में काफी हद तक कामयाब भी हो गए थे।
आरोपियों ने बताया कि बेरोजगारी का मुद्दा भी उनके लिए बड़ा है क्योंकि आरोपी नीलम के पास ढेरों डिग्रियां हैं लेकिन नौकरी नहीं मिल पाई थी।
आरोपी सागर शर्मा ने बताया है कि इससे पहले उन लोगों ने पार्लियामेंट के बाहर जेल लगाकर आत्मदाह करने की भी योजना बनाई थी। लेकिन यह प्लानिंग कामयाब नहीं हो पाई।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ के दौरान बताया कि वे ज्यादा से ज्यादा मीडिया कवरेज पाना चाहते थे ताकि आगे चलकर वे राजनैतिक दल का गठन कर सकें।