मलाइका अरोड़ा के पिता अनिल अरोड़ा ने बुधवार सुबह घर की 7वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। अभी आत्महत्या की वजह सामने नहीं आई है।
माना जाता है कि देश में सबसे ज्यादा आत्महत्याएं राजस्थान में होती हैं। इसकी बड़ी वजह कोचिंग सिटी कोटा है। कोटा में आए दिन कोई न कोई स्टूडेंट डिप्रेशन में आकर मौत को गले लगाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, आत्महत्या के मामले में कोटा नहीं बल्कि महाराष्ट्र देश में अव्वल है। वहीं, राजस्थान सुसाइड के मामले में 10वें नंबर पर है।
देशभर में होनेवाले स्टूडेंट आत्महत्याओं के 46 प्रतिशत मामले सिर्फ 5 राज्यों महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और ओडिशा से हैं।
महाराष्ट्र में जहां सालभर में 1834 स्टूडेंट सुसाइड कर रहे हैं तो वहीं, मध्यप्रदेश में 1308, तमिलनाडु में 1246, कर्नाटक में 855 और ओडिशा में 834 हैं।
अलग-अलग पेशों के आधार पर आत्महत्या के आंकड़े देखें तो पता चलता है कि सुसाइड करने वालों में बेरोजगारों से कहीं ज्यादा नौकरीपेशा लोग हैं।
NCRB के 2021 के डेटा पर बेस्ड एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में जहां 8.4% बेरोजगार लोग सुसाइड कर रहे हैं, तो वहीं नौकरीपेशा लोगों का आंकड़ा 9.7 प्रतिशत है।
रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर में आत्महत्या के मामले में दिहाड़ी मजदूर 25.6%, स्वरोजगार 12.3%, स्टूडेंट्स 8% और किसान 6.6 प्रतिशत हैं।
सुसाइड के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। इनमें मानसिक तनाव, डिप्रेशन, बदनामी का डर, भेदभाव, कर्ज में डूबना, अकेलापन, चाइल्डहुड ट्रॉमा और करियर को लेकर एक्स्ट्रा प्रेशर तक शामिल है।