सावन का अधिक मास 16 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में कुछ विशेष करने से शुभ फल मिलते हैं, वहीं कुछ काम इस महीने में करने से बचना चाहिए। आगे जानिए इन कामों के बारे में…
अधिक मास भक्ति का महीना है, इसलिए इस महीने में तामसिक चीजें जैसे मांसाहार, अण्डे, अदरक, लहसुन और प्याज खाने से बचना चाहिए। ये चीजें मन में उत्तेजना पैदा करती हैं।
अधिक मास में नशे से बचना चाहिए जैसे शराब, गांजा, भांग आदि। यहां तक कि सिगरेट और तंबाकू का सेवन भी न करें। इस महीने में जितना संभव हो सके सात्विक भाव से रहें।
अधिक मास में ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करते हुए भगवान की भक्ति में समय बिताएं। सिर्फ शरीर से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से ब्रह्मचर्य का पालन अधिक मास में करना चाहिए।
अधिक मास के स्वामी भगवान विष्णु हैं। इस महीने में जितना हो सके भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप करें। इससे आपके मन को शांति मिलेगी और मनोकामना पूरी होगी।
अधिक मास में जरुरतमंदों को दान करने का भी विशेष महत्व है। इस महीने में गरीबों को अनाज, कपड़े, भोजन, फल आदि चीजों का दान करना चाहिए। इससे भी शुभ फल मिलते हैं।
अधिक मास में प्रतिदिन श्रीमद्भागवत का पाठ करें। इससे भगवान विष्णु की कृपा आप पर बनी रहेगी। आने वाले संकट टल जाएंगे और समस्याओं का समाधान भी होगा।