हिंदू धर्म में विवाह के दौरान दुल्हन से एक वचन लिया जाता है, जिसमें उससे कहा जाता है कि किन 4 स्थानों पर उसे पति से बिना पूछे नहीं जाना चाहिए। आगे जानिए कौन-से हैं वो 4 स्थान…
उद्याने मद्यपाने च राजद्वारे पितागृहे।
आज्ञया बिना न गन्तव्यं पतिव्रत परायणे।
बाग बगीचों में, मदिरा पीने वालों के मार्ग में, राजा के द्वार और पिता के घर बिना पति की आज्ञा के न जाएं।
बाग-बगीचों में बिना पति को बताए जाना मर्यादा के अनुकूल नहीं माना जाता। इसलिए शादी के दौरान ही लड़कियों से ये वचन लिया जाता है ताकि वे भविष्य में इन बातों का ध्यान रखें।
जिस स्थान पर शराब की दुकान हो या लोग बैठकर शराब पीते हों, उस मार्ग पर अकेली महिला का जाना ठीक नही, इससे अनहोनी की आशंका बनी रहती है। इसलिए ये वचन लिया जाता है।
राजा के द्वार से अर्थ है बड़े अधिकारी या नेता का घर, यहां भी अकेली महिला को जाने से बचना चाहिए। इन जगहों पर लोगों का जमावड़ा रहता है। अकेली महिला का यहां जाना मर्यादा अनुकूल नहीं है।
विवाहित लड़की को बिना पति से पूछे पिता के घर नहीं जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में उसे अपमान का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही साथ इसका असर वैवाहिक जीवन पर भी होता है।