साल 2026 का पहला एकादशी व्रत 14 जनवरी, बुधवार को किया जाएगा, ये षटटिला एकादशी रहेगी। वहीं 29 जनवरी, गुरुवार को जया एकादशी का व्रत किया जाएगा।
फरवरी 2026 में 13 फरवरी, शुक्रवार को विजया एकादशी और 27 फरवरी, शुक्रवार को आमलकी एकादशी का व्रत किया जाएगा।
इस महीने में 15 मार्च, रविवार को पापमोचनी एकादशी और 29 मार्च, रविवा को कामदा एकादशी का व्रत किया जाएगा।
ये 2026 का चौथा महीना है। इस महीने में 13 अप्रैल, सोमवार को वरुथिनी एकादशी और 27 अप्रैल, सोमवार को मोहिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा।
मई 2026 में भी दो एकादशी व्रत किया जाएंगे। पहला 13 मई, बुधवार को अपरा एकादशी और दूसरा 27 मई, बुधवार को पद्मिनी एकादशी किया जाएगा।।
इस महीने 11 जून, गुरुवार को परम एकादशी और 25 जून, गुरुवार को निर्जला एकादशी का व्रत किया जाएगा। गुरुवार को एकादशी का संयोग बहुत शुभ माना जाता है।
जुलाई 2026 में भी 2 एकादशी व्रत का संयोग बन रहा है। पहला योगिनी एकादशी व्रत 10 जुलाई, शुक्रवार को और दूसरा देवशयनी एकादशी व्रत 25 जुलाई, शनिवार को किया जाएगा।
साल 2026 के आठवें महीने अगस्त में पहला कामिका एकादशी व्रत 9 अगस्त, रविवार को दूसरा पुत्रदा एकादशी व्रत 23 अगस्त, रविवार को किया जाएगा।
सितंबर 2026 में पहला एकादशी व्रत 7 सितंबर, सोमवार को है, इसका नाम अजा है। दूसरा एकादशी व्रत 22 सितंबर, मंगलवार को किया जाएगा, इसे परिवर्तिनी एकादशी कहते हैं।
6 अक्टूबर, मंगलवार को इंदिरा एकादशी और 22 अक्टूबर, गुरुवार को पापांकुशा एकादशी का व्रत किया जाएगा। इन दोनों व्रतों का विशेष महत्व है।
5 नवंबर, गुरुवार को रमा एकादशी का व्रत किया जाएगा। वहीं 20 नवंबर, शुक्रवार को देवउठनी एकादशी का व्रत किया जाएगा, जिसे देवप्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं।
4 दिसंबर, शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी और 20 दिसंबर, रविवार को मोक्षदा एकादशी व्रत किया जाएगा। मोक्षदा एकादशी पर गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाएगा।