इस बार गणेश उत्सव 19 से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। इन 10 दिनों में रोज श्रीगणेश को कुछ खास चीजों का भोग लगाया जाए तो हर इच्छा पूरी हो सकती है…
भगवान श्रीगणेश को मोदक विशेष रूप से प्रिय है। इसमें कईं तरह के मेवे आदि से बनाया जाता है। गणेश उत्सव के पहले दिन मोदक का भोग लगाने से श्रीगणेश की कृपा आप पर बनी रहेगी।
लड्डू कईं तरह के होते हैं, लेकिन इन सभी में सबसे ज्यादा स्वादिष्ट होते हैं बेसन के लड्डू। गणेश उत्सव के दूसरे दिन विघ्नहर्ता को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। आपके सभी काम बन जाएंगे।
गणेशजी को मोतीचूर के लड्डू का भोग विशेष रूप से लगाया जाता है। ये पारंपरिक मिठाई भी है। गणेश उत्सव के तीसरे दिन गणनायक को इसका भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
फलों में केले श्रीगणेश को सबसे ज्यादा प्रिय है। इसका भोग लगाने से गुरु ग्रह से शुभ फलों की प्राप्ति भी होती है। गणेश उत्सव के चौथे दिन गणपति बप्पा को केले का भोग लगाना चाहिए।
जिन लोगों के विवाह में परेशानी आ रही है वे लोग गणेश उत्सव के पांचवें दिन भगवान श्रीगणेश को मालपुए का भोग लगाएं। इससे आपकी परेशानी जल्दी ही दूर हो सकती है।
विघ्नहर्ता को पंचमेवा का भोग भी गणेश उत्सव के छठे दिन लगाना चाहिए। इसमें काजू, बादाम, किशमिश, पिस्ता और मखाने शामिल होते हैं। ऐसा करने से शारीरिक कष्ट दूर होते हैं।
सबसे ज्यादा मिठाई मावे से ही बनाई जाती है। मावे से बनी किसी भी मिठाई का भोग गणेश उत्सव के सातवें दिन लगाएं। इससे आपके ग्रह दोष दूर हो सकते हैं।
ये एक पारंपरिक व्यंजन है जो, सूजी घी, शक्कर, सूखे मेवे डालकर बनाते हैं। इसका भोग गणपति को गणेश उत्सव के आठवें दिन लगाएं। इससे आपकी लव लाइफ की गाड़ी पटरी पर आ जाएगी।
श्रीगणेश को पंचामृत का भोग उत्सव के नौवें दिन लगाएं। पंचामृत दूध, दही, घी, शक्कर और शहद मिलाकर बनाया जाता है। इससे आपके बिजनेस और नौकरी में तरक्की के योग बन सकते हैं।
गणेश उत्सव के अंतिम दिन बाप्पा को पारंपरिक चावल से बनी खीर का भोग लगाएं। इससे आपके जीवन में हमेशा मिठास बनी रहेगी और धन लाभ के योग भी बनेंगे।