हिंदू धर्म में हर काम के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। उसके अनुसार कुछ विशेष काम करते समय एकदम चुप रहना चाहिए। आगे जानिए कौन-से वो 5 काम, जिन्हें चुपचाप रहकर करना चाहिए…
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भोजन करते समय
अगर आप भोजन करते समय बोलते हैं तो ये गलत आदत है। भोजन बिना कुछ बोले करना चाहिए। भोजन के दौरान बोलना अशिष्टता माना जाता है इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए।
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ध्यान-योग करते समय
अगर आप ध्यान या योग कर रहे हैं तो इस दौरान किसी से बातचीत नहीं करनी चाहिए और न ही स्वयं कुछ बोलना चाहिए। ऐसा करने से योग और ध्यान का फल पूरा नहीं मिल पाता।
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शोक करते समय
जब भी आप किसी शोक सभा में जाएं या किसी ऐसे स्थान पर जहां दुख का वातावरण हो तो वहां भी चुप ही रहना चाहिए। ऐसी जगह पर किसी से बात करना या बोलना ठीक नहीं होता।
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शौच और मूत्र त्याग करते समय
दैनिक जीवन में शौच और मूत्र त्याग करते समय भी चुप ही रहना चाहिए। ये नियम जीवन प्रबंधन के अंतर्गत आता है। इन दोनों काम करते समय बोलना ठीक नहीं माना जाता।
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धार्मिक सभा में भी चुप रहें
अगर आप किसी धार्मिक सभा में गुरु के उपदेश सुन रहे हों या कोई कथा सुन रहे हों तो उस समय भी चुप ही रहना चाहिए। ऐसे स्थानों पर बोलना या बातचीत करने से बचना चाहिए।