Hindi

महिलाओं को किन 4 मौकों पर चुप रहना चाहिए?

Hindi

महिलाएं हैं देवी का रूप

हिंदू धर्म में महिलाओं को देवी का अवतार माना गया है। उन्हें सभी तरह की स्वतंत्रता भी दी गई है, लेकिन कुछ मौकों पर महिलाओं को चुप रहने की सलाह भी धर्म ग्रंथो में दी गई है।

Image credits: Getty
Hindi

ध्यान रखें ये बातें

धर्म ग्रंथों में बताए गए लाइफ मैनेजमेंट के अनुसार, महिलाएं यदि कुछ खास मौकों पर बोलने की बजाए चुप रहे तो उनका सम्मान बना रहता है। आगे जानिए कौन-से हैं वो 4 मौके…

Image credits: Getty
Hindi

पति गुस्सा हो तो चुप रहें

यदि पति किसी बात पर गुस्सा हो तो उस समय पत्नी को चुप रहना चाहिए। पत्नी भी यदि बोलेगी तो बात और बढ़ेगी, जिससे वैवाहिक जीवन में की परेशानियां और अधिक बढ़ सकती हैं।

Image credits: Getty
Hindi

परिवार के बुजुर्गों के सामने

महिलाओं के परिवार के बुजुर्गों के सामने भी ज्यादा नहीं बोलना चाहिए यानी चुप ही रहना चाहिए। बहुत जरूरी हो तो अपनी बात शांति से उनके सामने रखें, जिससे बुजुर्गों का अपमान न हो।

Image credits: Getty
Hindi

पूजा करते समय चुप रहें

पति के साथ या अन्य किसी मौके पर पूजा, यज्ञ, हवन आदि करते समय भी महिलाओं को ज्यादा बोलना नहीं चाहिए। ये सभी काम शांति पूर्वक करना चाहिए, तभी इनका फल मिलता है।

Image credits: Getty
Hindi

शोक के मौके पर भी चुप रहें

जब भी शोक यानी दुख के मौके पर किसी के यहां आना-जाना का संयोग बने तो वहां भी महिलाओं को चुप ही रहना चाहिए। ऐसे मौकों पर ज्यादा बोलना अशिष्ठता मानी जाती है।

Image Credits: Getty