Lohri 2025: कहां मनाते हैं ‘खूनी लोहड़ी’, कैसे पड़ा इसका ये नाम?
Spiritual Jan 06 2025
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
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कब है लोहड़ी 2025? (Kab Hai Lohri 2025)
इस बार लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी, सोमवार को मनाया जाएगा। ये पर्व पूरे देश में नाच-गाकर मनाया जाता है, मगर देश में एक जगह ऐसी भी है, जहां इसे खूनी लोहड़ी के नाम से जाना जाता है।
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कहां मनाते हैं खूनी लोहड़ी?
हिमाचल प्रदेश के चंबा में लोहड़ी को ‘खूनी लोहड़ी’ कहा जाता है। इस नाम के पीछे यहां की एक स्थानीय परंपरा है, जो आज भी जारी है। इसी परंपरा के कारण इसका ये नाम पड़ा है।
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क्या है खूनी लोहड़ी?
चंबा में 15 खास जगहों को मढ़ी कहते हैं। इनमें से 13 मढ़ियों को महिला और 2 को पुरुष माना जाता है। लोहड़ी के मौके पर इन मढ़ियों पर कब्जा करने की परंपरा है। जिसमें खून-खराबा भी होता है।
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एक खून होता था माफ
रियासत काल के दौरान लोहड़ी के संघर्ष के दौरान यदि किसी की मौत भी हो जाए तो उसे माफ कर दिया जाता था। हालांकि बदलते समय के साथ अब इस परंपरा में कमी होती जा रही है।
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पहले देते थे पशु बलि
रियासत काल के समय लोहड़ी के संघर्ष से पहले पशु बलि देने की परंपरा थी, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। आज भी कुछ लोग खूनी लोहड़ी की इस परंपरा को जीवित किए हुए हैं।