हर साल फाल्गुन मास में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। कुछ लोग इसे शिवरात्रि भी कहते हैं लेकिन महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में बहुत अंतर है। आगे जानिए क्या है ये अंतर…
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। ये पर्व पूरे साल में सिर्फ एक बार ही आता है। इसी तिथि पर महादेव लिंग रूप में प्रकट हुए थे।
हिंदू पंचांग के फाल्गुन मास के अलावा अन्य 11 महीनों के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भी शिवजी के लिए व्रत किया जाता है, इसे शिवरात्रि और शिव चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है।
महाशिवरात्रि पर्व साल में सिर्फ एक बार आता है फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को, जबकि शिवरात्रि पर्व हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।
हर महीने आने वाली शिवरात्रि को मासिक शिवरात्रि भी कहते हैं। चूंकि चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव हैं, इसलिए हर महीने उनको प्रसन्न करने के लिए शिवरात्रि व्रत किया जाता है।
साल 2024 में महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन पूरे देश में शिव मंदिरों में विशेष पूजा और साज-सज्जा की जाएगी। भक्त पूजा और व्रत-उपवास भी करेंगे।