नवरात्रि 15 से 23 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। देवी पुराण में नवरात्रि के 9 दिनों के लिए अलग-अलग भोग बताए गए हैं। ये उपाय करने से धन लाभ के योग बनते हैं। जानें इन भोगों के बारे में…
नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर देवी को घी का भोग लगाना चाहिए। देवी पुराण के अनुसार इससे बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इस बार ये तिथि 15 अक्टूबर, रविवार को है।
देवी पुराण के अनुसार नवरात्रि की द्वितिया तिथि यानी दूसरे दिन देवी को शक्कर का भोग लगाएं। ऐसा करने से उम्र बढ़ती है। इस बार ये तिथि 16 अक्टूबर, सोमवार को है।
नवरात्रि के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा का विधान है। इस दिन देवी को गाय के दूध का भोग लगाएं। इस उपाय से दुखों से मुक्ति मिलेगी। इस बार ये तिथि 17 अक्टूबर, मंगलवार को है।
देवी पुराण के अनुसार, नवरात्रि की चतुर्थी तिथि को माता दुर्गा को मालपुए का भोग लगाएं। इससे समस्याओं का अंत होता है। इस बार नवरात्रि की चतुर्थी तिथि 18 अक्टूबर, बुधवार को है।
नवरात्रि की पंचमी तिथि को देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 19 अक्टूबर, गुरुवार को है। इस दिन देवी को केले का भोग लगाएं। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
इस बार नवरात्रि की षष्ठी तिथि 20 अक्टूबर, शुक्रवार को है। इस दिन देवी के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाती है। इस तिथि पर देवी को शहद का भोग लगाने से धन लाभ के योग बनते हैं।
नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर देवी कालरात्रि की पूजा का विधान है। इस बार ये तिथि 21 अक्टूबर, शनिवार को है। इस दिन देवी को गुड़ या इससे बनी चीजों का भोग लगाने से गरीबी दूर होती है।
देवी पुराण के अनुसार, नवरात्रि की अष्टमी तिथि को माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाना चाहिए, इससे जीवन में सुख-समृद्धि मिलती है। इस बार ये तिथि 22 अक्टूबर, रविवार को है।
देवी पुराण के अनुसार, नवरात्रि की नवमी तिथि पर माता को विभिन्न प्रकार के अनाजों का भोग लगाने से जीवन का हर सुख मिलता है। इस बार ये तिथि 23 अक्टूबर, सोमवार को है।