शारदीय नवरात्रि का पर्व 15 से 23 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस दौरान कुछ लोग अखंड ज्योत भी जलाते हैं। अखंड ज्योति जलाने को लेकर कईं नियम हैं। आगे जानिए इनके बारे में…
जिस भी स्थान पर अखंड ज्योत जलाएं, पहलें वहां की साफ-सफाई और पुताई करें। गोमूत्र छिड़कें। वहां आस-पास चमड़े की चीजें या अन्य कोई कबाड़ का सामान नहीं होना चाहिए।
अंखड ज्योति को घर में ऐसे स्थान पर जलाएं, जहां आस-पास शौचालय या बाथरूम न हो। इस बात का भी ध्यान रखें कि अंखड ज्योति जब तक घर में जल रही है तब तक घर पर ताला न लगे।
नवरात्रि के दौरान घर के सभी लोग सात्विकता का पालन करें। यानी कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे घर की पवित्रता भंग हो। ब्रह्मचर्य का पालन करें, विवाद न करें, मासांहार और शराब से भी बचें।
अखंड ज्योत जलाने के लिए बड़े दीपक का उपयोग करें, जिसमें तेल के स्थान पर शुद्ध घी का उपयोग करें तो और भी शुभ रहेगा। पास ही एक और छोटा दीपक भी जरूर जलाएं।
अखंड ज्योत को ऐसे स्थान पर स्थापित करना चाहिए जहां उसे अधिक हवा न लगे। अखंड ज्योत बुझे न इसलिए इसके लिए ऊपर कांच का एक कवर भी आप लगा सकते हैं।
घी डालते समय या अन्य किसी कारण से अखंड ज्योति बुझ जाए तो छोटे दीपक की लौ से अखंड ज्योत पुन: जला लें। ज्योत का बुझना अशुभ नहीं होता, ये एक सामान्य बात है।