14 अक्टूबर, शनिवार को सूर्यग्रहण होगा। ग्रहण से जुड़ी कई मान्यताएं हमारे यहां प्रचलित हैं। इस दौरान मंदिरों के दरवाजे भी बंद कर दिए जातें हैं। आगे जानिए इसका कारण…
हिंदू परंपरा के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान कोई भी व्यक्ति मंदिर में प्रवेश नहीं करता और न ही किसी तरह की कोई पूजा-पाठ होती है।
मान्यता है कि ग्रहण के दौरान निगेटिव शक्तियां ज्यादा शक्तिशाली होती हैं और वे पॉजिटिव स्थानों को प्रभावित करती हैं। इसलिए ग्रहण के दौरान मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं।
ग्रहण काल के दौरान कुछ हानिकारक किरणें भी वातावरण को दूषित कर देती है। इसका प्रभाव मंदिर के गर्भगृह तक न पहुंचें इसलिए मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं।
ग्रहण के दौरान घर के मंदिरों को भी पर्दे आदि से ढंक दिया जाता है। जब ग्रहण काल समाप्त हो जाता है तो मंदिरों की साफ-सफाई की जाती है और पानी से धोया भी जाता है।