अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार है। 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मंदिर का उद्घाटन करेंगे। राम मंदिर से कुछ फैक्ट्स कम ही लोगों को पता है। आगे जानिए इन फैक्ट्स के बारे में…
अयोध्या में बन रहा राम मंदिर 3 मंजिला होगा। फिलहाल मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार हो चुका है। पहली मंजिल भी 80% बन चुकी है। साथ ही सेकेंड फ्लोर का काम भी शुरू हो चुका है।
मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर 18 दरवाजे हैं। इनमें से 14 दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाई जा रही है। गाजियाबाद के ज्वेलर्स इस काम को कर रहे हैं। ये काम तय समय में पूरा हो जाएगा।
मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा होगा। परिसर के जिस गर्भगृह में रामलला विराजेंगे वहां पहुंचने के लिए भक्तों को 32 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेंगी। इसके बाद ही राम लला के दर्शन होंगे।
सिंह द्वार से 32 सीढियां चढ़कर सबसे पहले रंग मंडप मिलेगा। यहां भगवान राम के जीवन से जुड़े चित्र दिवारों पर उकेरे गए हैं। रंग मंडप से आगे चलने पर नृत्य मंडप पड़ेगा।
गर्भ गृह के सबसे नजदीक है नृत्य मंडप। यहां दिवारों पर राम चरित मानस की चौपाइयां पत्थरों पर उकेरी गई हैं। यहीं से होकर भक्त गर्भ गृह में जाकर राम लला के दर्शन करेंगे।
मंदिर परिसर में गुरु वशिष्ठ, विश्वामित्र, वाल्मीकि, अगस्त्य मुनि, रामभक्त केवट, निषादराज और माता शबरी के मंदिर भी बनाए जा रहे हैं। शीघ्र ही ये मंदिर भी पूर्ण हो जाएंगे।
राम मंदिर का निर्माण खास तरह के पत्थरों से किया जा रहा है। इन पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे के तारों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। मंदिर निर्माण में लोहे का इस्तेमाल 0% है।
मंदिर परिसर को हराभरा रखने के लिए 50 फ्लोरा फैमिली के 500 से ज्यादा पेड़ पूरे परिसर में लगाए जा रहे हैं। जिनसे राम मंदिर परिसर में हरियाली और सुदंरता बनी रहेगी
राम मंदिर में 25000 यात्री एक बार में अपना मोबाइल, पर्स, जूता-चप्पल और जरूरी सामान रख सकेंगे। मंदिर में चिकित्सा से लेकर अन्य सुविधाएं भी भक्तों के लिए रहेंगी।
मंदिर परिसर के एक कोने पर सूर्य मंदिर होगा। दूसरे कोने पर भगवान शंकर का मंदिर है। तीसरे पर मां भगवती और चौथे पर गणेश और दक्षिणी भुजा पर हनुमान मंदिर होगा।