हिंदू धर्म में पैर छूना सम्मान देने का प्रतीक है, लेकिन 5 लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें कभी अपने पैर नहीं छूने देना चाहिए। ऐसा करना महापाप माना गया है। आगे जानिए कौन-हैं ये 5 लोग…
धर्म ग्रंथों के अनुसार, अगर कोई ब्राह्मण जो पूजा-पाठ आदि भी करवाता हो तो उसे कभी अपने पैर नहीं छूने देना चाहिए, क्योंकि ब्राह्मण को ब्रह्मा का ही स्वरूप माना गया है।
हिंदू धर्म में बहन और बेटी को लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। जब इनका विवाह होता है तो इनके पैर पूजे जाते हैं, इसलिए इन दोनों को भी कभी अपने पैर नहीं छूने देना चाहिए।
बहन या बेटी के पति यानी दामाद को भी पैर नहीं छूने देना चाहिए। कारण ये है कि हिंदू धर्म में दामाद को भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है, इसलिए ये सम्मान करने योग्य हैं।
बहन के बच्चों यानी भांजा-भांजी को भी पैर नहीं छूने देना चाहिए। धर्म ग्रंथों में 100 ब्राह्मणों के बराबर 1 भांजे-भांजी को माना गया है। इसलिए इनका भी सदैव सम्मान करना चाहिए।
हिंदू धर्म में छोटी कन्याओं को माता का स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। इसलिए भूल से भी कभी किसी छोटी कन्या को अपने पैर नहीं छूने देना चाहिए।