इस बार वट सावित्री व्रत 19 मई, शुक्रवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाओं को कुछ बातों का ध्यान विशेष रूप से रखना चाहिए, तभी उन्हें पूजा का पूरा फल मिलता है। जानें कौन-सी हैं वो बातें…
वट सावित्री व्रत सौभाग्य बढ़ाने वाला व्रत है। इसलिए इस दिन शुभ रंग के कपड़ें पहनने चाहिए जैसे लाल या पीला। भूलकर भी इस दिन काले या नीले रंग के कपड़े न पहनें।
वट सावित्री व्रत में बरगद की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ध्यान रखें कि पूजा के दौरान किसी भी तरह वट वृक्ष को नुकसान न हो। नहीं तो जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
वट सावित्री व्रत में सत्यवान और सावित्री की कथा सुनना बहुत जरूरी है। इस कथा को अधूरी न छोड़ें, नहीं तो व्रत का संपूर्ण फल नहीं मिलेगा और परेशानियां बनी रहती हैं।
वट सावित्री व्रत के दौरान किसी के प्रति भी बुरा न सोचें न ही बुरा बोलें। भूल से भी मन, वचन और कर्म से किसी का दिल न दुखाएं। सात्विक रहकर व्रत का पालन करें।
जो महिलाएं वट सावित्री व्रत करें, उन्हें अपने घर में भी सात्विकता बनाकर रखनी चाहिए। यानी कोई ऐसा काम न करें जिससे घर की पवित्रता भंग हो।
वट सावित्री व्रत वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए किया जाता है। इस दिन जीवन साथी से विवाद न करें। नहीं तो इसका असर लंबे समय तक बना रहता है।