15 मई को सूर्य वृष राशि में प्रवेश करेगा। जिनकी कुंडली में सूर्य अशुभ फल दे रहा है वे यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो शुभ रहता है। आगे जानिए सूर्य से जुड़े ये उपाय…
15 मई की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे में शुद्ध जल लें और इसमें थोड़ा कुंकुम मिलाएं। ये जल सूर्यदेव को चढ़ाने से हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है।
सूर्य का रत्न है माणिक जिसे रुबी भी कहते हैं। सूर्य के कारण अगर लगातार परेशानी आ रही है तो किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर माणिक रत्न विधि-विधान से धारण करना चाहिए।
15 मई को वृष संक्रांति के मौके पर सूर्यदेव के मंत्रों का जाप करें। मंत्र जाप के लिए लाल चंदन की माला का उपयोग करें। ये है मंत्र- ऊं आदित्य नम: मंत्र या ऊं घृणि सूर्याय नमः।
वृष संक्रांति के मौके पर किसी ब्राह्मण को घर बुलाकर भोजन करवाएं और उसे दान-दक्षिणा देकर विदा करें। संभव हो तो लाल वस्त्रों का दान भी करें। इससे सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं।
सूर्य से संबंधित शुभ फल पाने के लिए गेहूं, तांबे के बर्तन, भोजन, केसरिया वस्त्र आदि चीजों का दान जरूरतमंदों को करें। इससे जीवन में खुशहाली बनी रहेगी और परेशानी दूर होगी।