मंसूर अली खान पटौदी की एक आंख नहीं थी फिर भी वे भारत के कप्तान बने और एक आंख के साथ ही क्रिकेट खेला। उनकी कप्तानी में भारत ने 1968 में विदेश में पहली टेस्ट सीरीज जीती।
भारत के पूर्व खिलाड़ी भागवत चंद्रशेखर का दायां हाथ पोलियोग्रस्त था। उन्होंने इस कमजोरी को ताकत बनाया और स्पिन के जादूगर बने। उन्होंने 58 टेस्ट में 242 विकेट लिए हैं।
लेन हटन दुनिया के महान बल्लेबाज हैं। ऑपरेशन के बाद उनका बायां हाथ दाएं हाथ से 2 इंच छोटा हो गया लेकिन वे इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलते रहे। उन्होंने 79 टेस्ट मैच खेले।
न्यूजीलैंड के स्टार रहे मार्टिन गुप्टिल के बाएं पैर के पंजों की 3 उंगलियां नहीं थीं। फिर भी गुप्टिल ने क्रिकेट में न्यूजीलैंड टीम का प्रतिनिधित्व किया। वे अब भी T20 लीग खेलते हैं।
टोनी ग्रेग ब्रेन से जुड़ी एपीलेप्सी से पीड़ित थे लेकिन वे इंग्लैंड क्रिकेट की धुरी बने रहे। उनकी कप्तानी में इंग्लैंड ने कई सीरीज जीती। टोनी ग्रेग सफल कमेंटेटर भी बने।