2019 में इंग्लैंड की टीम को पहली बार चैंपियन बनने का मौका मिला। तब फाइनल में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की भिडंत हुई लेकिन इंग्लैंड ने रोमांचक जीत दर्ज करते हुए खिताब पर कब्जा किया।
2015 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने फिर से जीत का स्वाद चखा और माइकल क्लार्क की कप्तानी वाली टीम ने न्यूजीलैंड को फाइनल में हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार ट्रॉफी पर कब्जा किया।
2011 में महेंद्र सिंह धोनी ने भारत को विश्वकप का विनर बनाया। फाइनल में एक बार फिर श्रीलंका की टीम पहुंची थी और भारतीय कप्तान ने विजई छक्का जड़कर भारत को विश्व विजेता बना दिया।
2007 में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम विश्वकप विनर बनी। तब फाइनल में कंगारू टीम के सामने श्रीलंकाई चुनौती थी लेकिन कप्तान रिकी पॉन्टिंग की टीम ने वह मुकाबला जीता।
2003 में सौरभ गांगुली की अगुवाई वाली टीम इंडिया फाइनल में पहुंची। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने फाइनल में शानदार शतक जड़कर ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरी बार चैंपियन बनाया।
1999 में स्टीव वॉ की कप्तानी वाली कंगारू टीम ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी जीती। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वार्न, स्टीव वॉ, मार्क वॉ ने शानदार खेल दिखाया था।
1996 में श्रीलंका की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को रौंदकर विश्वकप खिताब पर कब्जा किया। अर्जुन रणतुंगा की कप्तानी वाली श्रीलंकाई टीम ने टूर्नामेंट में गजब का प्रदर्शन किया और विनर बनी।
1992 में इमरान खान की पाकिस्तानी टीम ने विश्वकप खिताब पर कब्जा किया। उस वक्त भी इंग्लैंड की टीम फाइनल में पहुंची लेकिन पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर लिया।
1987 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंग्लैंड को फाइनल में हराया और पहली बार चैंपियन बनी। तब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एलन बॉर्डर थे जिन्होंने अपनी टीम को खिताब दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
कपिल देश की करिश्माई कप्तानी में भारत ने 1983 का विश्वकप जीत लिया। तब भी सामने वेस्टइंडीज की टीम थी, जो तीसरी बार खिताब जीतने की दावेदार थी लेकिन भारत ने हराकर विश्वकप जीत लिया।
1979 का विश्वकप फिर से वेस्टइंडीज ने जीता। क्लाइव लॉयड की टीम उस वक्त की अपराजेय टीम थी। इंग्लैंड को फाइनल में हराकर वे दोबारा चैंपियन बने।
सबसे पहला विश्वकप 1975 में खेला गया। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की टीमें पहुंची और क्लाइव लॉयड की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज ने पहला खिताब जीता।