शेफाली वर्मा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज हैं, जिन्होंने फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सबसे ज्यादा 87 रनों की पारी खेली और 2 अहम विकेट भी लिए।
स्मृति मंधाना ने फाइनल मुकाबले में 45 रनों की पारी खेली। वहीं, इस पूरी सीरीज में उनके बल्ले से 434 रन निकले। वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ियों में दूसरे नंबर पर रही।
जेमिमा रॉड्रिग्ज ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 24 रनों की पारी खेली। हालांकि, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने 127 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
हरमनप्रीत कौर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान है और चौथे नंबर की बैटर हैं। उन्होंने फाइनल मुकाबले में 20 रन की पारी खेली। हालांकि, उनकी कप्तानी कमाल की रही।
दीप्ति शर्मा भारत की स्टार प्लेयर है, जो बल्ले और गेंद दोनों से कमाल करती हैं। उन्होंने फाइनल में 58 रनों की पारी खेली। इतना ही नहीं उन्होंने सबसे ज्यादा पांच विकेट भी चटकाए।
ऋचा घोष विकेटकीपर और बल्लेबाज है, जो अपनी पावर हिटिंग के लिए जानी जाती है। फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने 34 गेंद में 3 चौके और 2 छक्के की मदद से 34 रनों की अहम पारी खेली।
अमनजोत कौर भी भारतीय टीम की एक ऑलराउंडर है, जिन्होंने इस मुकाबले में 12 रनों की पारी खेली और पूरे सीजन में शानदार लय में नजर आई।
राधा यादव भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बॉलर है, जिन्होंने बल्लेबाजी में भी अहम रोल निभाया। उन्होंने फाइनल में नाबाद 3 रन बनाए। इसके अलावा 5 ओवर में 45 रन दिए।
क्रांति गौड़ अपनी शानदार लाइन और लेंथ गेंदबाजी के लिए जानी जाती है। उन्होंने इस पूरे टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया और फाइनल में 3 ओवर में 16 रन ही दिए।
विमेंस वर्ल्ड कप का जब भी जिक्र होगा तो श्री चरणी का नाम जरूर लिया जाएगा। जिन्होंने अपनी गेंदबाजी से सभी को इंप्रेस किया। फाइनल में 1 विकेट और पूरे टूर्नामेंट में 14 विकेट लिए।
रेणुका सिंह ठाकुर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फास्ट बॉलर है, जो नई गेंद से कमाल करती हैं। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 8 ओवर में केवल 28 रन दिए। उनकी इकोनॉमी सबसे बेहतरीन रही।
प्रतिका रावल चोटिल होने के कारण फाइनल नहीं खेल पाई। इसके अलावा बेंच पर स्नेह राणा, हरलीन देओल, अरुंधति रेड्डी और उमा छेत्री जैसी प्लेयर्स भी पूरी टीम को सपोर्ट करती नजर आई।