2007 के टी20 वर्ल्डकप में सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और राहुल द्रविड़ की विदाई धोनी का सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रोक रहा। युवा जोश से सजी धोनी ने सेना ने विश्वकप जीता।
टी20 वर्ल्ड कप के दौरान भारत-पाकिस्तान का मैच टाई हो गया। फिर सुपर ओवर में धोनी ने सहवाग, हरभजन और रॉबिन उथप्पा जैसे स्लो गेंदबाजों से बॉलिंग कराई।
टी20 वर्ल्डकप में भारत पाकिस्तान के मैच में आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा से कराना धोनी का चौंकाने वाला फैसला था। लेकिन बाद में इसी फैसले ने भारत को चैंपियन बनाया।
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में इशांत शर्मा से 18वां ओवर कराना धोनी की सबसे बड़ी चाल साबित हुई। उनके इस मास्टर स्ट्रोक ने इंग्लैंड को पटखनी दे दी और भारत ने जीत दर्ज की।
2008 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच त्रिकोणीय सीरीज मैच में इरफान पठान, इशांत जैसे अनुभवी गेंदबाज की जगह प्रवीण कुमार से पहला ओवर कराना धोनी का साहसिक फैसला था।
मिडिल ऑर्डर के बैट्समैन रोहित शर्मा को पहली बार वनडे में ओपनिंग कराने का श्रेय धोनी को जाता है। उनका यह प्रयोग इतना बड़ा हिट रहा कि रोहित शर्मा हिट मैन के नाम से पहचाने जाने लगे।
क्रिकेट में डीआरएस को धोनी रिव्यू सिस्टम भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने जब भी डीआरएस लिया है, वह फेल नहीं होते। सबसे जल्दी डीआरएस भी धोनी ही लेते हैं।