भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज अजित अगरकर अब भारतीय क्रिकेट टीम के चीफ सिलेक्टर बन गए हैं।
अजीत अगरकर का जन्म 4 दिसंबर 1977 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम के लिए वनडे में डेब्यू किया।
अजीत अगरकर के नाम 90 के दौर में वनडे मैचों में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ था। उन्होंने 23 मैचों में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अजीत आगरकर ने घातक गेंदबाजी की थी। 41 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे और भारत को 20 साल बाद ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
राहुल द्रविड़ की कप्तानी में वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा था और इसी के चलते अजीत अगरकर को टीम से बाहर कर दिया गया था।
साल 2010 में कर्नाटक के खिलाफ खेलते हुए अजीत अगरकर ने 81 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे और कर्नाटक को शानदार जीत दिलाई थी।
अजीत अगरकर ने इंग्लैंड के खिलाफ 25 जुलाई 2002 को लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर शतक जड़ा था। यह कारनामा सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग जैसे बल्लेबाज भी नहीं कर पाए थे।
अजीत अगरकर ने भारत के लिए 26 टेस्ट मैच में 58 विकेट चटकाए। इसके अलावा 191 वनडे मैच में उनके नाम 288 और 4 t20 इंटरनेशनल में 3 विकेट उनके नाम है।
अजीत अगरकर दिल्ली कैपिटल्स के कोचिंग स्टाफ के मेंबर भी थे। उन्होंने रिकी पोंटिंग के साथ असिस्टेंट गेंदबाजी कोच का काम किया था। हाल ही में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया।
अजीत अगरकर को भारतीय क्रिकेट टीम का चीफ सिलेक्टर बनाया गया है। वर्ल्ड कप 2023 के लिए टीम चुनना उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी। इससे पहले वो वेस्टइंडीज के खिलाफ t20 टीम का चुनेंगे।