रणजी ट्रॉफी के मैच में हरियाणा के अंशुल कम्बोज ने केरल के खिलाफ पहली पारी में 49 रन देकर सभी 10 विकेट झटक लिए।
अंशुल कम्बोज रणजी इतिहास में ऐसा करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले बंगाल के प्रेमंगसु मोहन चटर्जी और राजस्थान के प्रदीप सुंदरम ये कारनामा कर चुके हैं।
बंगाल के प्रेमंगसु मोहन चटर्जी ने 1956-57 सीजन में असम के खिलाफ ये उपलब्धि हासिल की थी। इसके साथ ही वे सभी 10 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।
वहीं, 1985-86 में राजस्थान के प्रदीप सुंदरम ने विदर्भ के खिलाफ मैच की एक पारी में ही सभी 10 विकेट लिए थे।
हरियाणा के करनाल में पैदा हुए अंशुल कम्बोज अभी सिर्फ 24 साल के हैं। उनका जन्म 6 दिसंबर, 2000 को हुआ था।
अंशुल कम्बोज राइट हैंड फास्ट बॉलर हैं। अंशुल लगातार 140 KM/H की स्पीड से गेंदबाजी करने में माहिर हैं।
अंशुल कम्बोज उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने 2024-25 के दिलीप ट्रॉफी में इंडिया-C के लिए खेलते हुए एक ही पारी में 8 विकेट लिए थे।
अंशुल कम्बोज को ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज रहे ग्लैन मैक्ग्राथ के वीडियो देखना पसंद हैं। अंशुल भी मैक्ग्राथ की तरह ही सीम का इस्तेमाल कर घातक गेंदबाजर करना पसंद करते हैं।