कैलाश गहलोत, जो दिल्ली सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर रहे और AAP के लंबे समय तक नेता रहे, ने अचानक पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। जानिए उनके बारे में 5 महत्वपूर्ण तथ्य।
कैलाश गहलोत ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में AAP की "गंभीर चुनौतियों" और "अजीब" विवादों का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका दिया।
कैलाश गहलोत दिल्ली सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे हैं। उनके पास प्रशासनिक सुधार, परिवहन, गृह, महिला और बाल विकास और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का जिम्मा था।
कैलाश गहलोत ने फरवरी 2015 में नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से पहली जीत दर्ज की थी। यह उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत थी, जिसके बाद उन्होंने AAP के लिए कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
कैलाश गहलोत का जन्म 1974 में नजफगढ़ के मित्राउन गांव में हुआ। उनका परिवार वहां पिछले नौ पीढ़ियों से रह रहा है, जो उनके सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव को दर्शाता है।
वो सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में वकील हैं। उन्हें कानूनी प्रैक्टिस का 16 साल से ज़्यादा का अनुभव है। वो 2005 से 2007 तक दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में कार्यकारी सदस्य रहे।
2018 में कैलाश गहलोत IT की जांच के घेरे में आए थे, जब उनके खिलाफ कथित कर चोरी के मामले में कई परिसरों की तलाशी ली गई थी। यह विवाद उनके राजनीतिक जीवन के लिए एक कड़ा मोड़ साबित हुआ।