बता दें कि मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। मनु ओलिंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
मनु भाकर को बचपन से ही शूटिंग का शौक नहीं था। वह क्रिकेट में अपना करियर बनाना चाहती थीं। इतना ही नहीं उन्होंने इसके लिए झज्जर में वीरेंद्र सहवाग की एकेडमी भी ज्वॉइन की थी।
बताया जाता है कि मनु भाकर ने कुछ दिनों तक क्रिकेट भी खेला, लेकिन उनका मन भर गया और वह पिस्टल शूटिंग में उतर गईं। लगातार शानदार प्रदर्शन कर देश को कई मेडल दिलाए।
मनु ने पेरिस ओलंपिक से पहले 2021 के टोक्यो ओलिंपिक में भी हिस्सा लिया था। लेकिन उनकी पिस्टल खराब हो गई थी। जिसके कारण वो 20 मिनट तक निशाना नहीं लगा पाईं।
मनु ने भारत को शूटिंग में 12 साल बाद मेडल दिलाया है। इससे पहले 2012 में विजय कुमार ने सिल्वर मेडल लाए थे। शूटिंग में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और अभिनव बिंद्रा भी मेडल जीत चुके हैं।
मनु अपनी इस जीत से बेहद खुश हैं। उन्होंने पेरिस में जीत के बाद कहा- 'मैं गीता बहुत पढ़ती हूं। इससे फोकस करने में मदद मिलती है।
पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल मिलने पर पीएम मोदी से लेकर राष्ट्रपति और हरियाणा के सीएम से लेकर तमाम नेताओं ने मनु भाकर को बधाई दी है।