जमीन घोटाला केस में ईडी की कार्रवाई के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया। नए सीएम चंपई सोरेन होंगे। इन्हें झारखंड टाइगर के नाम से भी जाना जाता है।
67 साल के चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कद्दावर नेता हैं। वह शिबू सोरेन के करीबी हैं। चंपई शिबू सोरेन परिवार से बाहर के हैं।
चंपई का जन्म 1 जनवरी 1961 को जमशेदपुर के एक आदिवासी परिवार में हुआ था। उनके पिता सिमल सोरेन किसान थे। चंपई ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की, इसके बाद शादी कर ली।
बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बनाने की मांग हुई तो चंपई सोरेन झारखंड आंदोलन में शिबू सोरेन के साथ शामिल हो गए। इसी दौरान उन्हें 'झारखंड टाइगर' का नाम मिला।
चंपई सोरेन हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार में वरिष्ठ मंत्री थे। उनके चार बेटे और तीन बेटियां हैं।
सोरेन ने अपनी सरायकेला सीट पर उपचुनाव के माध्यम से एक स्वतंत्र विधायक बनकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। बाद में वह जेएमएम में शामिल हो गए।
भाजपा नेता अर्जुन मुंडा के नेतृत्व वाली सरकार में चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। वह 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे।
इसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा और फिर हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM की सरकार बनी। इस बार चंपई को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और परिवहन मंत्री का पद मिला।
2019 में विधानसभा चुनाव के बाद JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन की सरकार बनी। चंपई को परिवहन और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया। वह JMM के उपाध्यक्ष भी हैं।