मध्यप्रदेश में सोमवार को भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हुआ। प्रदेश के 28 विधायकों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
जिन 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, उनमें से एक मंत्री ऐसे भी है जो सबसे रईस हैं। यानी उन्हें सरकार से मिलने वाले वेतन और भत्ते की जरूरत नहीं है।
कैबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद सरकार से मिलने वाला वेतन और भत्ता लेने से इंकार कर दिया है।
चैतन्य कश्यप ने कहा कि वे जनसेवा करना चाहते हैं। इसलिए जो वेतन व भत्ता उनको मिलना है उसे सरकारी खजाने में जमा करवा दिया जाए।
चैतन्य कश्यप रतलाम शहर विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने तीसरी बार अपने वेतन और भत्ते नहीं लेने का ऐलान किया है। उन्होंने पिछले दो कार्यकाल में भी कोई सरकारी लाभ नहीं लिया।
आपको बतादें कि एमपी में विधायक को करीब 30 हजार रुपए वेतन सहित अन्य भत्ते मिलाकर करीब 1 लाख 10 हजार रुपए महीना मिलता है।
रतलाम शहर से विधायक चैतन्य कश्यप सबसे अमीर विधायक हैं। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में ही 294 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है।