मध्य प्रदेश के चर्चित IAS अधिकारी नियाज खान ने एक बार फिर अपने बयान से सुर्खियां बटोरी हैं। इस बार उन्होंने देश के मुसलमानों से एक चौंकाने वाली अपील कर डाली हैं।
नियाज खान ने X पर लिखा, "इस्लाम तो अरब का धर्म है, यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। हिंदू से मुस्लिम बने लोग, अरब के आदर्शों से पहले हिंदू को भाई मानें।'
नियाज खान ने मुस्लिम समुदाय से यह भी कहा कि जो लोग अरब के आदर्शों को महत्व देते हैं, उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए।
नियाज खान ने कहा कि सभी धर्मों का मूल एक है। उन्होंने भारतीय सभ्यता की एकता पर जोर दिया और कहा कि "लहू तो एक है, हम सभी एक संस्कृति का हिस्सा भी रहे हैं।
IAS नियाज खान का मानना है कि इस्लाम अरबी संस्कृति का धर्म है, लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप में हिंदू धर्म ही प्रमुख था, और बहुत से लोग हिंदू धर्म से मुस्लिम धर्म में परिवर्तित हुए थे।
वो मध्य प्रदेश कैडर के IAS हैं और छत्तीसगढ़ से आते हैं, हमेशा बयानों और लेखन के लिए चर्चा में रहे। उन्होंने 7 नॉवेल्स लिखे हैं, जिनमें से एक पर 'आश्रम' नामक वेब सीरीज़ भी बनी है।
नियाज खान के बयान ने देशभर में नई बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों ने इस पर समर्थन जताया तरे कुछ इसे विवादित मान रहे हैं। उनके अनुसार भारतीय समाज का मूल जातीय और धार्मिक विभाजन से परे था।
नियाज खान ने अपनी किताबों और बयानों के जरिए भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान आकर्षित किया है। उनकी लेखन शैली और विचारों ने समाज को खासा प्रभावित किया है।
कभी उन्होंने 'आश्रम' वेब सीरीज़ को लेकर निर्माता के खिलाफ कोर्ट में केस भी दायर किया था, क्योंकि उन्हें क्रेडिट नहीं दिया गया था।
नियाज खान की किताब 'ब्राह्मण द ग्रेट' सनातन धर्म और ब्राह्मणों की भूमिका पर आधारित है, जो समाज में जागरूकता और समझ बढ़ाने का प्रयास करती है।