बेशुमार रहस्यों से घिरे जबलपुर के इन 10 प्राचीन मंदिरों में छिपे हैं चमत्कार और इतिहास के अनकहे किस्से, जानिए कौन-सा मंदिर किस रहस्य से है जुड़ा।
भेड़ाघाट पहाड़ी पर स्थित यह 10वीं शताब्दी का काली मंदिर खजुराहो शैली में निर्मित है। यहां 64 योगिनियों की प्रतिमाएं चक्राकार में हैं। मंदिर में गुप्त तांत्रिक साधनाएं होती थीं।
500 साल पुराना यह जैन मंदिर एक महिला द्वारा बनाया गया था, जो पिसाई का काम करती थी। मंदिर की वास्तुकला और शांति भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
यह मंदिर कला, संस्कृति और आध्यात्म का सुंदर उदाहरण है। मंदिर परिसर में सुंदर शिल्प और मूर्तिकला देखी जा सकती है।
यह मंदिर भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। यहां रोज़ाना हज़ारों श्रद्धालु पूजा के लिए आते हैं।
गन कैरिज फैक्ट्री क्षेत्र में स्थित यह मंदिर स्थानीय लोगों में खासा लोकप्रिय है। यहाँ विशेष दिनों पर विशेष पूजा होती है।
एमपी पर्यटन द्वारा प्रचारित यह मंदिर ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एक गुफा में स्थित यह मंदिर गहराई और रहस्य का प्रतीक है। कहा जाता है कि यहां ध्यान करने से विशेष आत्मिक शांति मिलती है।
यह मंदिर देवी शारदा को समर्पित है और विद्यार्थियों के बीच खासा लोकप्रिय है।
यह मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है जहाँ राम नवमी जैसे पर्व भव्य रूप से मनाए जाते हैं।
11वीं शताब्दी में बना यह मंदिर आज खंडहर बन चुका है, लेकिन इसके अवशेष इसके ऐतिहासिक गौरव को दर्शाते हैं।