अब बिजली भी मोबाइल जैसी! MP में जल्द ही घर-घर लगेंगे प्री-पेड मीटर, पहले रिचार्ज फिर बिजली—हर दिन की खपत, बैलेंस और रेट में छूट भी, क्या आप तैयार हैं इस नए सिस्टम के लिए?
MP विद्युत वितरण कंपनियों ने प्री-पेड बिजली मीटर योजना शुरु की है। सबसे पहले सरकारी कार्यालयों के स्मार्ट मीटर को प्री-पेड सिस्टम में बदला जाएगा, जो 1-2 महीनों में पूरा हो जाएगा।
प्री-पेड मीटर से उपभोक्ताओं को मोबाइल, SMS और ऐप के ज़रिए बैलेंस और बिजली की दैनिक खपत की जानकारी मिलेगी। अब न ओवरबिलिंग की टेंशन, न ही अनुमान का झंझट।
प्री-पेड मीटर में बिजली उपयोग से पहले रिचार्ज अनिवार्य होगा। जैसे-जैसे खपत होगी, बैलेंस घटेगा। यदि बैलेंस खत्म हो गया तो बिजली सप्लाई भी रुक जाएगी। पूरी तरह यूज़र कंट्रोल सिस्टम।
मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियां अब तक 9.25 लाख स्मार्ट मीटर लगा चुकी हैं, जिन्हें आसानी से प्री-पेड में बदला जा सकता है। आने वाले महीनों में यह संख्या तेजी से बढ़ने वाली है।
बिजली कंपनियों को सबसे ज़्यादा घाटा सरकारी विभागों के बकाया बिलों से होता है। प्री-पेड सिस्टम से पहले ही भुगतान मिलने से अब घाटे पर ब्रेक लगेगा।
प्री-पेड मीटर से उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 25 पैसे की रियायत मिलेगी। साथ ही, अब सुरक्षा निधि जमा करने की ज़रूरत नहीं, जिससे हर साल हज़ारों की बचत संभव होगी।
MDMS सिस्टम से जुड़े प्री-पेड मीटर से अब हर उपभोक्ता को SMS, ऐप और ईमेल के ज़रिए खर्च और बैलेंस की रियल टाइम जानकारी मिलेगी। पूरा सिस्टम हाईटेक और ट्रांसपेरेंट होगा।