Pradeep Mishra controversy: पं. प्रदीप मिश्रा के आखिर अब किस बयान पर और क्यो मचा बवाल? कथावाचक को बार-बार क्यो मांगनी पड़ रही माफी। जानें पूरा मामला और पुराने विवादों की जानकारी।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने भगवान चित्रगुप्त को 'मुच्छड़' कह दिया, कथा का ये हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और कायस्थ समाज में भारी आक्रोश फैल गया।
प्रदीप मिश्रा की टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने निंदा की, माफी नहीं मांगने पर देशव्यापी विरोध की चेतावनी दी गई।
वायरल वीडियो में मिश्रा जी चित्रगुप्त से कहते दिखे– 'तू सबका हिसाब रखना, पर मेरा मत रखना', जिसे सनातन आस्था के खिलाफ माना जा रहा है।
मीडिया के सामने उन्होंने कहा- “किसी समाज को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था। कथा के प्रसंग में बात कही गई थी, फिर भी क्षमा चाहता हूँ।”
प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराण का संदर्भ देते हुए कहा कि कथा का भावनात्मक हिस्सा था, समाज के सम्मान में कोई कमी नहीं की गई।
इससे पहले भी मिश्रा जी राधारानी की वैवाहिक स्थिति पर दिए गए बयान के कारण विवादों में रहे, बाद में बरसाना मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांगी थी।
महासभा ने सभी जिला इकाइयों को संगठित होकर ज्ञापन सौंपने और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश जारी किया है।
अब बड़ा सवाल– क्या यह धार्मिक कथा का हिस्सा था या महज पब्लिसिटी स्टंट? बार-बार के माफीनामे ने मिश्रा जी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।