पुलिस अधिकारी यशस्वी शिंदे का दो दिन पहले ही एसडीओपी मनासा से डीएसपी अजाक के पद पर ट्रांसफर हुआ था। लेकिन उन्होंने नाराजगी जताई और नौकरी से रिजाइन कर दिया।
अफसर ने पुलिस मुख्यालय (भोपाल) और पुलिस महानिरीक्षक (IG), उज्जैन को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा दिया था। इस लेटर के बाद पुलिस विभाग में हलचल मच गई।
एसडीओपी यशस्वी शिंदे ने एक दिन बाद ही इस्तीफा वापस ले लिया। हालांकि अभी तक यह क्लियर नहीं हुआ है कि उन्होंने किस वजह से इस्तीफा दिया था।
यशस्वी शिंदे मूलरूप से मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की रहने वाली हैं। पुलिस विभाग में आने से पहले वह एक फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर काम करती थीं।
यशस्वी शिंदे ने बताया कि साल 2013 में एक ट्रेनी IPS Officer अपनी अंगुली की समस्या लेकर मेरे पास आए थे। जब मैं फिजियोथेरेपिस्ट थीं। उन्होंने मुझे पुलिस में आने की सलाह दी।
शिंदे ने कहा कि अफसर की सलाह के बाद मैंने MPPSC की तैयारी करना शुरू कर दिया। उसके बाद मैंने एक्जाम पास किया और डीएसपी के पद पर चयन हो गया।