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भारत के इस सबसे लंबे सी ब्रिज पर 100km/h की रफ्तार से चलेंगी कारें

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शुक्रवार को पीएम मोदी करेंगे MTHL का उद्घाटन

मुंबई में भारत का सबसे लंबा सी ब्रिज अटल सेतु या मुंबई ट्रांस हार्बर सी लिंक (MTHL) बना है। इसपर कारें 100km/h की रफ्तार से दौड़ेंगी। PM मोदी शुक्रवार को इसका उद्घाटन करेंगे।

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22 km है अटल सेतु की लंबाई

अटल सेतु मुंबई के सेवरी को न्हावा-शेवा से जोड़ती है। इसकी लंबाई 22 km है। 6 लेन वाले इस पुल में 16.5 किलोमीटर लंबा समुद्री लिंक और जमीन पर 5.5 किलोमीटर लंबा पुल है।

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MTHL बनाने में खर्च हुए 18 हजार करोड़ रुपए

MTHL के निर्माण में 177,903 मीट्रिक टन स्टील और 504,253 मीट्रिक टन सीमेंट लगा है। इसे तैयार करने में 18 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

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20 मिनट में तय होगी मुंबई से नवी मुंबई की दूरी

MTHL से मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी को 2 घंटे की जगह 20 मिनट में तय किया जा सकेगा। इसपर बाइक, ऑटो, ट्रैक्टर और अन्य धीमी गति से चलने वाले वाहन नहीं चलेंगे।

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100 साल होगी पुल की उम्र

पुल को 100 साल की आयु और प्रतिदिन 70,000 वाहनों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह दक्षिण मुंबई से चिरले तक की यात्रा दूरी को 30 किमी कम कर देगा।

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250 रुपए टोल देना होगा

अटल पुल पर एक तरफ से जाने के लिए कार को 250 रुपए टोल देना होगा। इस पुल के इस्तेमाल से प्रति वर्ष एक करोड़ लीटर ईंधन की बचत होगी। इससे लगभग 25680 मीट्रिक टन CO2 उत्सर्जन कम होगा।

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पुल बनाने में हुई 7 मजदूरों की मौत

पुल समुद्र तल से 15 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। इसके लिए समुद्र तल में 47 मीटर तक खुदाई की गई। पुल बनाने में 5,403 श्रमिकों और इंजीनियरों ने काम किया। सात मजदूरों की मौत हुई।

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BARC के पास से गुजरता है पुल

पुल का हिस्सा राजहंस संरक्षित क्षेत्र और BARC (भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र) से गुजरता है। इसके चलते पुल पर 8.5 किमी का शोर अवरोधक और 6 किमी का दृश्य अवरोधक बनाया गया है।

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सुरक्षा के लिए क्रैश बैरियर्स लगाए गए

यात्रियों की सुरक्षा के लिए क्रैश बैरियर्स लगाए गए हैं। इनकी ऊंचाई 1,550 मिमी है। इन्हें कंक्रीट और धातु से मिलाकर बनाया गया है। इसमें 900 मिमी कंक्रीट और 650 मिमी धातु रेल है।

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तेज हवाओं का सामना करने के लिए किया गया है डिजाइन

पुल को मानसून के दौरान चलने वाली तेज हवाओं का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसपर लगे लाइट पोल्स बिजली बचाने वाले सिस्टम से लैस हैं।

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