नागपुर में सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे नागपुर में औरंगजेब कब्र विवाद को लेकर हिंसा भड़क उठी। जिसमें आगजनी और तोड़फोड़ की गई। घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
बता दें कि सुबह विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने औरंगजेब के कब्र ढहाने की मांग लेकर प्रदर्शन किया था। साथ ही मांग मुगल बादशाह का पुतला फूंका। जिसके कुछ घंटों बाद यह हिंसा हो गई।
बताया जाता है कि रात को अचानक उपद्रवियों ने घरों पर पथराव और तोड़-फोड़ शुरू कर दी। इसके बाद सड़क किनारे खड़े वाहनों में आग लगा दी। इसके बाद हिंसा भड़क उठी।
उपद्रवियों ने दो दर्जन से ज्यादा बाइक और 3 से चार कारों को आग लगाकर जला डाला। वहीं पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और मामले में 25 से 30 लोगों को हिरासत में लिया गया।
नागपुर में पुलिस-आर्मी के जवान भारी संख्या में तैनात हैं। शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने बताया कि शांति बहाल के लिए पुलिस की 20 टीमें बनाई गई हैं।
नागपुर हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद फडणवीस का बयान भी सामने आया है। सीएम ने कहा शहर में स्थिति नियंत्रण में है। लोगों से अपील की है कि शांति बनाए रखें और प्रशासन का सहयोग करें।
नागपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र और शिवाजी महाराज की प्रतिमा की सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा मुंबई में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ाई है।