भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ रिटायर हो गए। 10 नवंबर को उनके कार्यकाल का अंतिम दिन था। CJI चंद्रचूड़ अपने आखिरी फैसले 'बुलडोजर' को लेकर चर्चा में हैं।
डीवाई चंद्रचूड़ अपने कार्यकाल के दौरान दिए ऐतिहासिक फैसलों में चर्चा में रहे। आखिरी दिन उन्होंने कहा कि उन्हें 'बुलडोजर जस्टिस मंजूर नहीं' इसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं।
बता दें कि चंद्रचूड़ की पत्नी कल्पना दास हैं जो कि पेशे से वकील हैं और वह लंबे समय तक ब्रिटिश काउंसिल के लिए काम करती रही हैं। उन्होंने भारत में कई चर्चित केस के लिए वकालत की है।
भारत के चीफ जस्टिस सबसे ज्यादा ताकतवर होते हैं। उनके फैसले सभी को डर लगता है, क्योंकि उनका फैसला सर्वमान्य होता है, लेकिन इसके बाद भी चंद्रचूड़ की पत्नी को एक डर हमेशा सताता था।
एक इंटरव्यू में चंद्रचूड़ ने कहा था-मेरे बेडरूम में हर तरफ किताबे रखी हैं। मेरी पत्नी को इसी बात का डर लगता है कि कहीं यह किताबे हमारे ऊपर नहीं गिर जाएं। वह हर समय नजर रखती हैं।
मुख्य न्यायधीश रहे चंद्रचूड़ मूल रूप से महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं। उनके चार बच्चे हैं, जिसमें दे बेटे तो दो बेटियां उन्होंने गोद ले रखी हैं, जो कि स्पेशल चाइल्ड हैं।
चंद्रचूड़ ने दो शादियां की थीं, उनकी पहली पत्नी का साल 2007 में कैंसर बीमारी से निधन हो गया था। पहली बीवी से ही उनको दे बेटे अभिनव और चिंतन हैं, दोनों वकील हैं।