राजस्थान में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़कर विधायक से तुरंत सीएम बनने का रिकॉर्ड भजनलाल शर्मा ने बनाया है।
भजनलाल शर्मा पहली बार में ही विधायक से सीधे सीएम बन गए हैं। अगर वे विधायक होते तो उनको हर माह 35 हजार रुपए सैलरी मिलती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 15 दिसंबर 2023 को भजनलाल शर्मा ने सीएम पद की शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह में मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी सहित कई राज्यों के सीएम शामिल हुए।
भजनलाल शर्मा ने राजस्थान की सांगानेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल कर विधायक बने। इसके बाद उन्हें सीएम पद के लिए चुना गया।
अगर अभी वे सिर्फ विधायक होते तो उन्हें करीब 35000 रुपए सैलरी मिलती और 35 से 40 हजार रुपए भत्ते के रूप में भी मिलते।
भजनलाल शर्मा सीएम बन चुके हैं। ऐसे में उन्हें विधायक की तुलना में करीब डबल यानी 75 हजार रुपए सैलरी मिलेगी।
सीएम को सैलरी के साथ ही विभिन्न प्रकार के भत्ते भी मिलते हैं। जो करीब एक लाख रुपए तक होते हैं। ऐसे में उन्हें हर माह 1.50 से 1.75 लाख रुपए सैलरी मिलेगी।
देश के तमाम राज्यों से राजस्थान के मुख्यमंत्री की सैलरी का आंकलन करें तो राजस्थान के मुख्यमंत्री की सैलरी 19 वें नंबर पर आती है।
सबसे ज्यादा सैलरी तेलंगाना के सीएम को दी जाती है। उनकी सैलरी और भत्ते मिलकर 4 लाख 10 हजार से ज्यादा हर माह होता है।
सैलरी के मामले में देश में दूसरे नंबर पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल है। उन्हें करीब 3 लाख 90 हजार रुपए महीना सैलरी मिलती है।
सैलरी के मामले में तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र के सीएम एक नाथ शिंदे आते हैं। उन्हें हर माह करीब 3 लाख 40 हजार रुपए सैलरी मिलती है।
राज्यों के मुख्यमंत्री की सैलरी राज्य के हालातों के ऊपर निर्भर करती है और सैलरी तय करने का अलग ही क्राइटेरिया है।
सबसे कम तनख्वाह नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा जैसे छोटे राज्यों के मुख्यमंत्री को दी जाती है।