मुंबई में हुए NCP नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने जिम्मेदारी ली है। जानिए कैसे इस गैंग ने अपराध की दुनिया में जगह बनाई और वर्तमान में इसके मुखिया कौन हैं।
भले ही बिश्नोई गैंग का मुखिया लॉरेंस बिश्नोई जेल में बंद है लेकिन उसके इशारे पर विदेश में बैठे उसके आदमी लगातार देश के अलग.अलग इलाकों में वारदात कर रहे हैं।
क्या आप जानते हैं कि लॉरेंस बिश्नोई हमेशा से अपराध की दुनिया में नहीं रहा। लॉरेंस पहले कॉलेज की राजनीति में सक्रिय हुआ। 2011 में पहली बार उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा।
2014 में पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा। इसके बाद लगातार वह अपनी गैंग को बढ़ाता रहा और केवल पंजाब ही नहीं बल्कि राजस्थान और हरियाणा में भी अपनी गैंग में सैकड़ो लोगों को जोड़ लिया।
वर्तमान में लॉरेंस पर करीब 50 से ज्यादा मुकदमे हैं। उसको आतंकी घोषित किया जा चुका है। NIA ने अपनी जांच में माना था कि लॉरेंस की गैंग आतंकवादियों की तरह काम करती है।
राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग आनंदपाल गैंग के साथ मिलकर राजू ठेहट हत्याकांड कर चुकी है। इतना ही नहीं राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेडी का मर्डर भी इसी गैंग के द्वारा करवाया गया।
मूल रूप से फिरोजपुर के रहने वाले लॉरेंस के पिता खुद पुलिस में थे और लॉरेंस को 12वीं तक अपने गांव में ही पढ़ाई करवाई। लेकिन कॉलेज जाने के बाद जमीन कब्जाने लगा। आज खुंखार हो गया है।
वर्तमान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मुख्य सरगना रोहित गोदारा है। जो राजू ठेहट हत्याकांड के बाद विदेश चला गया। रोहित गोदारा लॉरेंस का सबसे ज्यादा करीबी है।
उसके साथ ही लॉरेंस का भाई अनमोल और आतंकी गोल्डी भी इस गैंग के ही शागिर्द है। जो विदेश में बैठकर लोगों को धमकियां देने और मर्डर जैसी वारदात को अंजाम देते हैं।
पूरी गैंग का काम करने का तरीका इतना खतरनाक है कि कई राज्यों की पुलिस तक इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकी। इनमें से कई आतंकी लिस्ट में शामिल हो चुके है। NIA कई राज्यों में सर्च कर चुकी है।