Hindi

रावण दहन के 5 अनोखे तरीके, एक परंपरा इतनी खतरनाक कि कोर्ट ने किया बैन

Hindi

राजस्थान में है रावण दहन की अलग और अनोखी परंपराएं

राजस्थान में रावण दहन की परंपराएं देश में सबसे अलग हैं। कुछ जगहों पर रावण का सिर तोड़ा जाता है तो कहीं महिषासुर का पुतला जलाया जाता है। जानें ऐसे 5 अनोखे तरीके।

Image credits: Our own
Hindi

यहां सीमेंटेड रावण के पुतले का तोड़ा जाता है सिर

भीलवाड़ा जिले के पारोली कस्बे में 10 फीट के सीमेंट के रावण का सिर तोड़कर उसका वध किया जाता है।

Image credits: Our own
Hindi

यहां रावण दहन से पहले होता है दशहरा

जयपुर के रेनवाल कस्बे में अष्टमी पर ही रावण का दहन कर दिया जाता है, दुनिया में यह इकलौता कस्बा है जहां दशहरे से पहले रावण दहन होता है।

Image credits: Our own
Hindi

यहां रावण के बजाय इस राक्षस का जलाया जाता है पुतला

राजस्थान के ब्यावर शहर के विजय नगर कस्बे में लंकापति रावण के बजाय महिषासुर का पुतला जलाया जाता है। यहां प्राचीन परंपरा है। 

Image credits: Our own
Hindi

यहां 400 साल से रावण पर होती है फायरिंग

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी कस्बे में रावण और उसकी सेना पर बंदूके चलाई जाती है। यह 400 साल पुरानी परंपरा है। इस साल कोर्ट ने इस परंपरा को बैन कर दिया है।

Image credits: Our own
Hindi

यहां के लोग रावण को मानते हैं अमर

सबसे अनोखी परंपरा जोधपुर के मंडोर कस्बे की है, जहां रावण को अमर माना जाता है। यहां रावण और उसकी पत्नी मंदोदरी ने विवाह के फेरे लिए थे, इसलिए रावण को यहां का जमाई माना जाता है। 

Image credits: Our own
Hindi

होती है रावण के मंदिर में पूजा

यहां रावण की पूजा की जाती है। मंडोर में रावण का मंदिर है और वह अमर है, इसलिए यहां उसका दहन नहीं, बल्कि उसकी पूजा की जाती है।

Image Credits: Our own