भीलवाड़ा में लड़की से गैंगरेप और जिंदा जलाने के मामला दिल दहला देने वाला है। घटना से जुड़े अब तक के कुछ इंपॉर्टेंट फैक्ट्स पर एक नजर…
भीलवाड़ा के कोटड़ी क्षेत्र स्थित नरसिंह पुरा गांव में दो अगस्त की शाम को नाबालिग लड़की मवेशी चराने गई थी। देश शाम तक नहीं लौटी तो परिजनों ने शुरू की तलाश।
रात भर तलाशने के बाद परिजनों को 3 अगस्त की सुबह भट्ठी में बेटी की जली हुई लाश। परिजनों ने बेटी की चप्पल औऱ चांदी के कड़े से शव की पहचान की।
पुलिस ने भीलवाड़ा कांड में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एक बाल अपचारी को भी हिरासत में लिया है।
भीलवाड़ा में बालिका से गैंगरेप और हत्या करने वाले चारों आरोपी मृतका के पिता के परिचित थे। मृतका के पिता ने उन्हें खेत का एक हिस्सा कोयला भट्ठी लगाने के लिए किराए पर दिया था।
बालिका से गैंगरेप और जिंदा जलाने के दौरान उसके शव के कुछ अंगों को दरिंदों ने तालब में भी फेंक दिया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान तालाब से पुलिस को मानव अंगों के अवशेष भी मिले।
इस जघन्य हत्याकांड में आरोपियों की पत्नियां भी शामिल थीं। इस अपराध के बाद उनकी पत्नियों ने बालिका की लाश ठिकाने लगाने में उनकी मदद की थी।
भीलवाड़ा गैंगरेप और जिंदा जलाने के मामले में प्रदेश भर में उबाल है। आम आदमी से लेकर सभी सामाजिक संगठन और राजनीतिक दलों में उबाल है।