आईपीएस शरण कामले..... उम्र करीब 26 साल.....। केरल पुलिस में ट्रेनी आईपीएस। पहला टास्क मिला और उसे ही इतने खतरनाक तरीके से अंजाम दिया कि केरल से राजस्थान तक चर्चा हो रही है।
महाराष्ट्र के सोलपुरा में जन्मे और पले पढ़े शरण कामले ने राजस्थान के अजमेर जिले में अपनी टीम के साथ एकदम फिल्मी अंदाज में दो खतरनाक गुंड़ो को दबोचा।
गुंड़ों ने फायर किए तो गोली कान के पास से निकल गई, दूसरी सिर को टच करते हुए निकली, मुश्किल से जान बच सकी। कीचड़ से भरी सड़क पर गुंड़ों से गुत्थम गुत्था हो गए, लेकिन उनको छोड़ा नहीं।
शरण कामले के माता पिता खेती बाड़ी करते हैं। वे बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और किसी समय अपनी मां के साथ सिर पर तगारी रखकर सब्जी बेचते थे।
शरण कामले ने पहले आईएएस की परीक्षा दी थी, लेकिन मेंस का एग्जाम नहीं दे सके। उसके बाद आईपीएस चुना। बड़े भाई के कहने पर अफसर बनने का जूनून छाया और पहले ही प्रयास मे आईपीएस बन गए।
शरण कामले दसवीं में 95 प्रतिशत, कॉलेज में 91 प्रतिशत, फिर बीटेक कर बीस लाख कर बीस लाख के पैकेज पर नौकरी मिली।