इस ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट की चौड़ाई 40 मीटर होगी और इसे 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया जाएगा।
इस परियोजना पर ₹514.17 करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे, जिससे यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा।
इस परियोजना का निर्माण कार्य जुलाई 2025 में शुरू होने की संभावना है और 18 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।
शुरुआत में एक्सप्रेसवे को फोरलेन बनाया जाएगा लेकिन भविष्य में इसे सिक्स लेन तक बढ़ाने की योजना है।
मुख्य मार्ग से लगी 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड और पुलों के पास 7 मीटर चौड़ी अतिरिक्त सड़क बनाई जाएगी।
एक्सप्रेसवे से क्षेत्र के पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
निर्माण और संचालन से जुड़ी गतिविधियों के कारण स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के कई विकल्प खुलेंगे।
चित्रकूट से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जुड़ने से यात्रा में समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
यह एक्सप्रेसवे न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, बल्कि यूपी के समग्र विकास की दिशा में एक और मजबूत कदम होगा।
CM योगी की जिंदगी के वो 10 रहस्य, जिन्हें जानकर आप चौंक जाएंगे!
कानपुर वालों की बड़ी टेंशन खत्म, देश का सबसे लंबा एलीवेटेड ट्रैक यहीं बनेगा
गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे जुड़ेंगे, सफर होगा बेहद आसान
नोएडा-गाजियाबाद का ट्रैफिक खत्म, नई रोड प्लान से करोड़ों लोगों को होगा फायदा