चारबाग से बसंतकुंज तक ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर को PIB से वित्तीय मंजूरी मिल गई है, अब बस केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी बाकी है।
11.165 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर चार से पांच साल में तैयार होगा, जिस पर कुल 5801 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
नए कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन होंगे, जिनमें 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड होंगे, जिससे शहर के पुराने हिस्से को मिलेगी मेट्रो कनेक्टिविटी।
चारबाग स्टेशन को इंटरचेंज स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां यात्री अलग-अलग रूट की मेट्रो में बदल सकेंगे।
चारबाग, लाटूश रोड, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा और चौक होंगे अंडरग्राउंड स्टेशन।
ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और बसंतकुंज को एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा।
अब तक मेट्रो से वंचित बसंतकुंज क्षेत्र को सीधे मेट्रो कनेक्शन मिलेगा, जिससे वहां की बड़ी आबादी को राहत मिलेगी।
मार्च 2024 में यूपी सरकार और जुलाई 2023 में नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप ने इस परियोजना को अपनी मंजूरी दी थी।
यूपी मेट्रो के एमडी के अनुसार, कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही निर्माण शुरू होगा और समय पर परियोजना पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।
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